About Peacock in Hindi- मेरा प्रिय पक्षी मोर पर निबंध जो 150, 300, 500 शब्दों में आपको यहाँ मिलेगा और इसके साथ मोर के बारे में 10 वाक्य भी लिखे हुए हैं.
मेरा प्रिय पक्षी मोर पर निबंध 150 शब्दों में
मोर एक पक्षी है जो देखने में बहुत ही सुन्दर होता है, यह मेरा प्रिय पक्षी है जो हमारे भारत देश का राष्ट्रीय पक्षी भी है. मोर को पक्षीयों का राजा भी कहा जाता है.
मोर का वैज्ञानिक नाम पैवो क्रिस्टैटस है. यह जंतु जगत का प्राणी होता है. मोर भारत के अलावा म्यांमार का भी राष्ट्रीय पक्षी के तौर पर घोषित है.
मोर एक शांत और शर्मीले स्वभाव का प्राणी है जो दिखने में इतना खुबसूरत होता है कि एक बार देखो लो तो उससे नजर ही नहीं हटती है.
मोर वैसे तो रंग बिरंगा दिखाई देता है लेकिन भारत में प्रायः नीले रंग का पाया जाता है. इसके अलावा मोर सफ़ेद, हरा व जामनी रंग का भी होता है.
इसकी लम्बी गर्दन होती है. जो रंगीन होने की वजह से काफी खुबसूरत लगती है. नर मोर के सर के ऊपर एक छोटा सा ताज होता है. इसको पक्षियों का राजा भी कहा जाता है.
मोर पर निबंध 300 शब्दों में
मोर मेरा प्रिय पक्षी है क्योंकि यह एक सुन्दर व सीधा सादा पक्षी होता है. जो पक्षीयों का राजा कहलाता है.
मोर जंगल और चिड़ियाघर में देखने को मिलता है. कुछ लोग अपने घरो में भी इसको पालते हैं. मोर का दूसरा नाम मयूर भी होता है इसकी तीन जाति होती है.
मोर का वैज्ञानिक नाम पैवो क्रिस्टैटस (Pavo Cristatus) होता है. मोर जंतु जगत का प्राणी है. मोर भारत के अलावा म्यांमार का भी राष्ट्रीय पक्षी है.
मोर की सुन्दरता
मोर की सुन्दरता की जितनी तारीफ़ करो कम है. मोर वैसे तो रंग बिरंगा दिखाई देता है लेकिन भारत में प्रायः नीले रंग का पाया जाता है. इसके अलावा मोर सफ़ेद, हरा व जामनी रंग का भी पाया जाता है.
इसकी हंस की तरह लम्बी गर्दन होती है. जो रंगीन होने की वजह से काफी खुबसूरत लगती है. नर मोर के सर के ऊपर एक छोटा सा ताज होता है. शायद इसी वजह से इसको पक्षियों का राजा भी कहा जाता है.
इसका जीवनकाल लगभग 25 से 30 वर्ष का होता है. ये अगस्त माह के आसपास अपने पंख गिराने लगता है. एक व्यस्क मोर का वजन लगभग 5 kg तक का हो जाता है. मादा मोर जिसको मोरनी भी कहा जाता है ये एक साल में दो बार अंडे देती है.
वर्षा ऋतु में जब घने बादल आते हैं तो ऐसे मौसम में मोर जंगल में खूब तेज बोलते हैं. इस ऋतु में जंगल में अक्सर मोर के बोलने की आवाजें आती रहती हैं.
मोर एक शिकारी पक्षी है जोकि सर्वाहरी होता है. मोर अपने भोजन में कीड़े मकोड़े, छोटे सांप आदि के अलावा अनाज व फल खाना भी पसंद करता है.
मोर ज्यादातर घने जंगलों में रहते हैं लेकिन खाने की तलाश में चुंगते हुए ये कभी कभी आवादी वाले स्थान पर भी पँहुच जाते हैं.
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About Peacock in Hindi 500 words
प्रस्तावना:- मेरा प्रिय पक्षी मोर जो पक्षियों की अनूठी दुनिया में मोर एक बहुत ही सुंदर और आकर्षक पक्षी है। इसकी विशेषता उसके रंगीन पंखों में है, जिन्हें देखकर हर किसी का मन मोह जाता है। इसीलिए मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी भी है।
मोर का वैज्ञानिक नाम पैवो क्रिस्टैटस (Pavo Cristatus) है। यह पक्षी वर्ग में आता है। मोर पक्षी लगभग 3.5 फीट तक लंबा होता है, जिसमें उसकी बड़ी गर्दन और लम्बी पूंछ शामिल होती है। मोर के पंख बहुत ही बड़े और आकर्षक होते हैं, जो रंगीन होते हैं।
मोर के सर पर पंखो का एक छोटा सा ताज होता है जो इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है। जब मोर अपने पंख खोलता है, तो वह एक रंगीन दृश्य प्रदर्शित करता है, जो बहुत सुन्दर दिखता हैं। इसको मोर का नाचना कहते हैं।
मोर एक सीधे स्वाभाव का पक्षी है यह अन्य पक्षीयों की तरह आपस में लड़ते झगड़ते नहीं है। हालाँकि यह एक शिकारी पक्षी भी कहा जाता है क्यूंकि यह अपने भोजन के लिए छोटे छोटे कीड़े मकोड़े आदि का शिकार करता है।
मोर का जीवन
इसका जीवन लगभग 20, 25 वर्ष तक का होता है। यह भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है और यह गाँवों के निकट और खेतों में आमतौर पर दिखाई देता है।
यह एक सर्वाहारी पक्षी है और अपना खाना छोटी मछलियों, कीड़ों और कीटाणुओं से प्राप्त करता है। इसके अलावा यह अनाज के दाने भी खा लेता है। इस पक्षी का वजन लगभग 4, 5 kg तक का हो जाता है।
भारत में पाए जाने बाले मोर का रंग आमतौर पर नीला होता है। इसके अलावा यह हरे या सफ़ेद रंग के भी होते हैं जो हमें चिड़ियाघर जैसी जगहों पर देखने को मिलते हैं।
यह वृक्षों की ऊँचाइयों पर अपने आवास का चयन करता है और अकेले या समूह में रहता है। मोर का सामाजिक जीवन भी दिलचस्प होता है। यह एक मातृभाषी पक्षी है, जिसका अर्थ है कि यह एक जीवनसंगी चुनता है और फिर उसके साथ जीवन भर रहता है।
मोर की जीवनसंगी को मोरनी कहते हैं जो अंडे देती है। यह जमीन पर झाड़ियों में घोसला बना कर उसमे अंडे देती है। यह एक बार में 4 से 6 अंडे देती है। जिनसे बच्चे निकलते हैं और बाद में यह मोर या मोरनी बनते हैं।
मोर की आवाज़ बहुत तेज होती है जो दूर तलक जाती है। यह ज्यादातर काले घने बादलों को देखकर जोर जोर से जंगलों में बोलते हैं।
यह लम्बी उड़ान नहीं भर पाते हैं; अगर इनके पंख बारिश में भीग जाते है तो इन्हें उड़ने में बहुत मेहनत लगती है और उड़ते समय यह जल्दी थक जाते है।
पानी में भीगा हुआ एक मोर उड़ने की अपेक्षा तेज दौड़ना पसंद करता है क्यूंकि इनके पैर लम्बे होते हैं इसलिए यह तेजी से दौड़ सकते हैं।
उपसंहार
मोर एक ऐसा पक्षी है जिसकी खूबसूरती और अनूठापन ने लोगों को हमेशा आकर्षित किया है। इसकी जीवनशैली, रंगीन पंख और इसके सर का ताज इसको पक्षी जगत में ख़ास बनाता है। हमें इसकी संरक्षण की दिशा में ध्यान देना चाहिए।
10 Lines on Peacock in Hindi
- मोर भारत का एक राष्ट्रीय पक्षी है जो बहुत सुन्दर होता है.
- मोर एक सर्वाहरी पक्षी है जो छोटे छोटे सांप को भी निगल जाता है.
- मादा मोर को मोरनी कहा जाता है जो अंडे देती है.
- मयूर नीले, सफ़ेद, हरे व जामुनी रंग के होते हैं.
- मोर की लम्बी गर्दन और मजबूत चोंच होती है.
- मोर के पैर लम्बे बड़े होते हैं जो उसको भागने में मदद करते हैं.
- मोर का वैज्ञानिक नाम पैवो क्रिस्टैटस (Pavo Cristatus) है.
- Peacock in hindi ये वर्षा ऋतु में घने बादल देखकर जोर जोर से बोलते हैं.
- मोर के सर पर उसके पंख का एक छोटा सा मुकुट होता है इसीलिए इसको पक्षियों का राजा भी कहा जाता है.
- मादा मोरनी से नर मोर के पंख काफी लम्बे होते हैं. जो अपने वजन के कारण आकाश में ऊँची और ज्यादा लम्बी उड़ान नहीं भर सकते हैं.