Winter season in Hindi- Sheet ritu par nibandh या फिर Shishir ritu par nibandh अथवा Sardi ke mausam par nibandh इनमे से अगर कोई भी निबंध चाहिए तो यहाँ दिया गया है . क्यूंकि यह सभी नाम एक ही मौसम के हैं. यहाँ पर आपको छोटे बड़े सभी निबंध मिलेंगे.
शीत ऋतु पर निबंध 100 शब्द
शीत ऋतु को सर्दी का मौसम भी कहा जाता है. यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण ऋतुओं में से एक है। सर्दियाँ सबसे ठंडा मौसम है जो दिसंबर से शुरू होकर मार्च तक रहता है। दिसंबर और जनवरी में सर्दियों का सबसे अधिक अनुभव होता है। भारत में सर्दियां काफी अहमियत रखती हैं।
इसके अलावा, इसका सार कई लोगों द्वारा सराहा गया है। सर्दियां आपको विभिन्न गतिविधियों जैसे स्नोबॉल फाइटिंग, स्नोमैन का निर्माण, आइस हॉकी और बहुत कुछ करने का समय देती हैं। बच्चों के लिए अपनी छुट्टियों का आनंद लेने और अपने कंबल में आराम करने का यह एक अच्छा समय है।
शीत ऋतु पर निबंध 200 शब्द
शीत ऋतु को अंग्रेजी में winter season कहा जाता है. इस मौसम में आमतौर पर बहुत ठण्ड होती है. इसलिए इस ऋतु को शिशिर ऋतु भी कहा जाता है. यह सर्दियों का मौसम दिसम्बर और जनवरी में आता है. सर्दियों के दौरान, स्कूल आमतौर पर ब्रेक लेते हैं और बंद हो जाते हैं।
winter season में दिन छोटे होते हैं और रातें लंबी होती हैं। सर्दियों की सुबह आपको एक अलग एहसास देती है। कॉफी, चाय और हॉट चॉकलेट जैसे गर्म पेय का सेवन सर्दियों में ज्यादा किया जाता है। इन दिनों सूरज काफी देर से उगता है और कभी-कभी बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता है ।
सर्दी के मौसम में अगर सूरज निकलता भी है तो इसमें ज्यादा गर्मी नहीं होती है । लोग थोड़ी धूप के लिए तरसते हैं क्योंकि ठंड का मौसम शरीर को ठंडक पहुंचाता है। आप सड़कों पर लोगों को थोड़ी गर्मी पाने के लिए लकड़ी और कागज जलाते हुए देखते हैं।
हालांकि, बहुत से लोग सर्दियों में बाहर जाना पसंद नहीं करते हैं। वे पूरे दिन चूल्हे या हीटर के पास बैठना पसंद करते हैं। पहाड़ी इलाकों में जाड़े के दिनों में लोगों को बर्फ का अनुभव होता है। जब सर्दी के मौसम में तापमान बहुत अधिक गिर जाता है तो बर्फ पड़ने लगती है।
Long Essay on Winter season in Hindi
प्रस्तावना :- शिशिर ऋतु भारत में हेमंत ऋतु के बाद आता है और दिसम्बर और जनवरी में रहता है. फरबरी के शुरुआत में यह मौसम चला जाता है और इसके बाद शुरू होता है ऋतुओं का राजा यानि वसंत ऋतु का मौसम.
इस मौसम में बुहत अधिक सर्दी होती है; लोग गर्म कपडे पहनते है. जगह जगह पर लोग आग जला कर उसके पास बैठ जाते हैं. शहर लो लोग ठण्ड से बचने के लिए हीटर का इस्तेमाल करते हैं.
लेकिन, इस सीजन का एक नुकसान भी है। किसान, बेघर लोग और जानवर इस मौसम से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। किसानों के लिए इस मौसम में शायद ही कोई कारोबार हो। लेकिन फिर भी किसान कड़ाके की ठंड का सामना करते हुए अपनी फसलों की देखभाल में लगे रहते हैं। गेहूँ की सिचाई के समय किसान ठण्ड की परवाह किये वगैर ही खेतों में पानी लगाते हैं।
इस ऋतू में यातायात पर भी काफ़ी प्रभाव पड़ता है। क्यूंकि कभी कभी दिन में भी घना कोहरा पड़ता है, जिसकी वजह से बहुत कम दिखाई देता है। सड़को पर अक्सर दुर्घटनाए होती रहती हैं। साथ ही इस सीजन में कई उड़ानें रद्द भी होती हैं। बहरहाल, यह सर्दी को कम महत्वपूर्ण नहीं बनाता है। हमारे देश के मौसम में संतुलन बनाए रखना काफी जरूरी है।
मुझे सर्दी क्यों पसंद है ?
मुझे व्यक्तिगत रूप से सर्दी पसंद है। यह मौसम बहुत सारे स्वस्थ फल और सब्जियां लाता है। लोगों को ताजा अंगूर, सेब, गाजर, फूलगोभी, अमरूद और बहुत कुछ खाने का मौका मिलता है।
इसके अलावा, इस मौसम में बहुत सारे खूबसूरत फूल खिलते हैं। इन फूलों में गुलाब, डहलिया और बहुत कुछ शामिल हैं। इससे सर्दी पहले से भी ज्यादा खूबसूरत हो जाती है। संक्षेप में कहें तो सर्दी का भी उतना ही महत्व है जितना कि किसी अन्य मौसम का।
इस मौसम में लोगों के सामने चुनौतियां
मौसम अच्छा है लेकिन सभी के लिए नहीं। मौसम सभी बेघर लोगों, जंगली जानवरों और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी समस्या पैदा करता है। हमारे देश के कुछ हिस्सों (विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों) में इस दौरान रोजाना बर्फबारी या बारिश देखी जा सकती है।
यह उनके लिए जीवित रहने की चुनौती पैदा करता है क्योंकि बर्फबारी या घने कोहरे के कारण सड़कें अवरुद्ध हो जाती हैं। इसलिए वे साल भर अपने सर्दियों के भोजन को सुरक्षित रखते हैं। ताकि उन्हें इसकी चिंता न करनी पड़े।
हालांकि, कुछ यूरोपीय देशों में जीवन वास्तव में कठिन हो जाता है क्योंकि वे सर्दियों के दौरान भारी हिमपात या बर्फ़ीला तूफ़ान का सामना करते हैं। इसके अलावा कभी कभी ठंडी ठंडी तेज हवाएं भी चलती रहती हैं।
इस ऋतू में कुछ लोगों की अधिक ठण्ड के कारण जान भी चली जाती है। और कुछ लोग बीमार भी हो जाते हैं। Winter season में अक्सर होने वाली कुछ बीमारियां जैसे – खांसी, जुखाम, बुखार, निमोनिया आदि से हमें होशियार रहना चाहिए। अपने खाने पीने की चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए। Winter season in Hindi में अब बात करते हैं कि इस ऋतू में हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
- घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहने और कानो को जरूर ढँक कर रहें।
- बाइक चलाते समय ग्लफ़्स, जूते और हेलमेट जरूर पहने।
- खाने पीने में ताज़ा फल, सब्जियाँ, अंडा, मछली, कॉफी, चाय, गर्म सूप आदि जैसी चीजों का सेवन करना बेहतर है।
- तिल के लड्डू, सरसों का साग, बाजरे की रोटी, मूंगफली, गजक, रेवड़ी आदि चीजें इस ऋतू में खाने में बहुत मजा देती हैं।
- इस ऋतू में कुछ लोगो का बजन बढ़ने लगता है। इसलिए प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए।
- फ्रीज़ में रखी हुई चीजों को फ्रीज़ से निकालकर तुरंत नहीं खाना चाहिए।
- जब अधिक ठण्ड हो या कोहरा हो तो उस समय ड्राइविंग न करें, अगर जरुरी हो तो गाड़ी की स्पीड कम से कम रखें।
- अधिक ठन्डे पानी से स्नान न करें।
अगर स्वयं को जरा भी अस्वास्थ्य महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। तो इन छोटी छोटी चीजों पर अगर हम ध्यान रखें तो आसानी से अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख पाएंगे।
शीत ऋतु पर 10 वाक्य
- शीत ऋतु यानि सर्दी का मौसम, यह दिसम्बर से शुरू होता है और मार्च शुरू होते ही ख़त्म हो जाता है.
- सर्दियों में राते लम्बी और दिन छोटे होते हैं. धुप भी बहुत कम निकलती है.
- शीत ऋतु में लोग जर्सी, स्वीटर, जोकेट आदि जैसे गर्म कपडे पहनते हैं.
- जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा ठण्ड होती है. नया साल जबरदस्त ठण्ड के साथ शुरू होता है.
- सर्दी के मौसम में अमरुद, सेब, केला, अनार, पपीता, चीकू आदि ताज़ा फल खाने को मिलते हैं.
- इस ऋतु में ठंडी ठंडी हवाएं चलती हैं. कोहरा और बर्फ भी गिरती है जिसके कारण जन जीवन पर बहुत असर होता है.
- लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव भी लगा लेते है. फिर कुछ लोग खली समय में आग के पास बैठे रहते हैं.
- जंगली जानवर, पक्षी और कुछ बेघर लोगों के लिए यह मौसम काफी मुश्किल भरा होता है.
- हमें इस सर्दी के मौसम में जरुरतमंदो की, जितना संभव हो सके उनकी मदद करना चाहिए.
- बाजारों में खाने पीने व पहनने की सर्दी से सम्बंधित चीजे बिकने लगती हैं.