Hindi Diwas Par Nibandh | हिंदी दिवस पर निबंध 150 से 500 शब्द

Hindi Diwas par Niband 150 से 200 शब्द

हिंदी दिवस एक वार्षिक पर्व के रूप में 14 सितम्बर को मनाया जाता है । 14 सितंबर सन् 1949 को संविधान सभा ने हिंदी भाषा को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। इसके 4 साल बाद सन् 1953 से हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मनाया जाता है ।

Hindi Diwas Par Nibandh

इस दिवस पर हिंदी भाषा को बढावा देने के लिए हिंदी का प्रचार प्रसार किया जाता है। और कई तरह के आयोजन व कार्यक्रम किये जाते हैं जो हिंदी भाषा में होते हैं और हिंदी भाषा के लिए ही होते हैं ।

हिंदी भाषा हमारे देश की राष्ट्रीय भाषा है जिसे करोड़ो लोग देश विदेश में बोलते और समझते हैं । हमें अपनी हिंदी भाषा पर गर्व होना चाहिए । हिंदी भाषा को बोलना और अच्छी तरह से समझना हमारी जिम्मेदारी है ।

बच्चो की शिक्षा में हिंदी विषय अनिवार्य होना चाहिए क्योंकि अंग्रेजी के बढते बहाव में बह कर कहीं हमारी हिंदी भाषा हमारे हाथ से छूट न जाये । इसलिए हिंदी भाषा को बोलना और समझने के साथ साथ दूसरो को भी इसे बोलने और समझने के लिए जागरूक करें ताकि जो हिंदी नहीं जानते हैं वे इस भाषा को सीखे और समझे ।

हिंदी दिवस पर निबंध 300 शब्द

राष्ट्रीय हिंदी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है । भारत में रहने वाले सभी धर्म जाति के लोग इस हिंदी दिवस में शामिल होते हैं । हिंदी हमारे देश की राष्ट्रीय भाषा है इसे 1953 से हर साल 14 सितम्बर को मनाया जाता है । हिंदी भाषा भारत के कोने कोने में बोली जाती है । हिंदी भाषा को बोलने और समझने वाले लोग करोड़ो की संख्या में उपलब्ध हैं । भारत के अलावा अन्य भारत के पडोसी देशों में भी कुछ लोग आपको हिंदी बोलने वाले लोग मिल जायेंगे ।

हिंदी दिवस के अवसर पर भारतीय अपनी मातृभाषा का प्रचार करते हैं । इस दिन अधिक से अधिक सिर्फ हिंदी ही बोलने का प्रयास करते हैं । इस दिन भारतीय लोग हिंदी साहित्य, कवि सम्मलेन जैसे तरह तरह के कार्यक्रम के आयोजन करके हिंदी को बढावा देते हैं । ताकि भविष्य में हिंदी भाषा को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाया जा सके । हिंदी भाषा हमारी मातृभाषा है जो हमारे भारत की संस्कृति और राष्ट्रीय एकता आदि का प्रतीक है । इस भाषा को बोलना और समझना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है ।

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आजकल पूरे विश्व में अंग्रेजी भाषा का बोलवाला है जिसका असर भारत में भी देखने को मिलता है । कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो हिंदी को अच्छी तरह समझते तो हैं लेकिन उन्हें अंग्रेजी बोलना अधिक पसंद है । ऐसे लोग अपनी मातृभाषा को ही बोलने में हिचकिचाते हैं जबकि अंग्रेजी बोलने में अपना मान समझते हैं । ऐसे लोगों को अपने विचार बदलना चाहिए और उन्हें अपनी मातृभाषा हिंदी बोलने में अपनी शान समझना चाहिए । इसीलिए हमें अपने बच्चों की शिक्षा में हिंदी विषय अनिवार्य रूप से देना चाहिए । और हिंदी भाषा को बढावा देने के लिए हिंदी दिवस के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में बच्चो को भी शामिल करना चाहिए । क्योंकि यही बच्चे देश का भविष्य होते हैं।

हिंदी दिवस पर निबंध 500 शब्द

हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व को दर्शाने और इसे प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी भाषा को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। इसके उपलक्ष्य में, 1953 से हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस का आयोजन किया जा रहा है।

हिंदी भाषा हमारे भारत की राष्ट्रीय भाषा है जो भारत में आपको सभी जगह बोलने और सुनने को मिल जाएगी। वैसे तो भारत में मुख्य रूप से 22 भाषाएँ हैं और इनके अलावा लगभग 100 भाषाएँ और बोलियाँ अलग अलग स्थान पर बोली जाती हैं। लेकिन एक हिंदी ऐसी भाषा है जो आपको पूरे भारत के कोने कोने में मिलेगी ।

हिंदी भाषा का महत्व

हिंदी भाषा भारतीय संस्कृति और परंपराओं की प्रतीक है। यह भारत की प्रमुख भाषा है और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में सहायक है। हिंदी भाषा न केवल उत्तर भारत में बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी व्यापक रूप से बोली और समझी जाती है। यह भाषा साहित्य, सिनेमा, पत्रकारिता, और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

भारत में आने वाले पर्यटक अक्सर इस भाषा से आकर्षित होते हैं और इस भाषा को सीखने के इच्छुक भी रहते हैं । इसलिए यह भाषा भारत के अलावा विदेश में भी इसके बोलने और समझने वाले लोग मिलेंगे । हिंदी भाषा में कुछ शब्द संस्कृत के भी उपलब्ध हैं और इसके अलावा उर्दू बोलने वाले लोग भी कुछ हद तक इस भाषा को समझते हैं । यह सब हिंदी भाषा के बोलने और समझने वाले लोग करोड़ो की संख्या में भारत और विदेश में उपलब्ध हैं ।

हिंदी दिवस का उद्देश्य

हिंदी दिवस का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना और इसके प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। इसके माध्यम से सरकार और विभिन्न संस्थाएँ हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन करती हैं। स्कूलों, कॉलेजों, और कार्यालयों में हिंदी भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन, काव्य पाठ, और हिंदी साहित्य से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

हालांकि हिंदी एक समृद्ध भाषा है, फिर भी इसके सामने कई चुनौतियाँ हैं। आज के युग में अंग्रेजी का प्रचलन बढ़ता जा रहा है, जिससे हिंदी के महत्व में कमी आ रही है। इसके समाधान के लिए आवश्यक है कि हिंदी को शिक्षा के सभी स्तरों पर अनिवार्य किया जाए और इसके साहित्य को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही, हमें बच्चों को हिंदी में बातचीत करने और लिखने के लिए प्रेरित करना चाहिए। तभी हिंदी भाषा का और अधिक बोलबाला होगा जो हमारी मातृभाषा हैं।

निष्कर्ष

हिंदी दिवस हमें हिंदी भाषा की महानता और इसकी समृद्ध विरासत की याद दिलाता है। यह दिन हमें हमारी मातृभाषा के प्रति सम्मान और प्रेम को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है। हिंदी दिवस के माध्यम से हम यह संकल्प लें कि हम हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान देंगे और इसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाएंगे। हिंदी हमारी पहचान है, और इसे संरक्षित और समृद्ध करना हमारा कर्तव्य है।