Computer par nibandh
Computer par nibandh hindi mein, कंप्यूटर, इस शब्द से आज कोई अन्जान नहीं. एक समय था जब कम्पुटर का सिर्फ नाम ही सुना करते थे. लेकिन आज लगभग हर इन्सान ने इसे अपनी आँखों से देख रखा था. वर्तमान युग में अधिकतर लोगो के पास कंप्यूटर है और वो इसका इस्तेमाल करते हैं. आज के इस युग में कंप्यूटर का होना मानव जाति के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
कंप्यूटर का परिचय
what is computer मतलब यह एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, यह मानव द्वारा दी गई सूचना को इनपुट डिवाइस की सहायता से ग्रहण करता है. और सेंटल प्रोसेसिंग यूनिट CPU द्वारा प्रोसेसिंग करके सूचना को या परिणाम को मानव तक पहुँचाता है.
computer के मुख्य तीन अंग होते है जैसे की-बोर्ड, सी पी यू, मॉनिटर. इसमें की-बोर्ड एक इन पुट दिविस है इसके द्वारा computer में डाटा इनपुट किया जाता है.
सी पी यू एक सेंटरल प्रोसेसिंग यूनिट है जो computer का एक मुख्य भाग होता है. यही भाग computer में प्रोसेसिंग का कार्य करता है.
और अब बात करते हैं मॉनिटर की, यह एक प्रकार का T.V. होता है जो सीपीयू के साथ जुड़ा रहता है. क्यूंकि सीपीयू ही गणना करने के बाद परिणाम को मोनिटर पर दर्शाता है.
कंप्यूटर के प्रकार
computer को आकार की दृष्टि से चार भागो में बाँटा गया है.
- माइक्रो कंप्यूटर
- मिनी कंप्यूटर
- मेन फ्रेम कंप्यूटर
- सुपर कंप्यूटर
हम जो आजकल अपने निजी इस्तेमाल के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप आदि इस्तेमाल करते हैं इन्हें माइक्रो कंप्यूटर कहा जाता है.
कंप्यूटर का इतिहास
Computer par nibandh, इसका इतिहास जानना भी जरूरी है तो वैसे तो कंप्यूटर का इतहास बहुत पुराना है. पुराने ज़माने में लोग चीजो की गिनती करने के लिए उँगलियों का सहारा लेते थे.
लेकिन यहाँ पर एक सीमित गणना ही हो पाती थी. इसके लिए उन्होंने कई तरह के प्रयास किये और अंत में अथक प्रयासों के बाद मानव ने एक युक्ति की खोज की जो उस समय गणना करने के लिए वरदान साबित हुई. जिस युक्ति का नाम अबाकस था.
अबाकस का अविष्कार सोलहवीं शताब्दी में चीन देश में हुआ था. उसके बाद जापान में भी इस तरह की एक युक्ति का अविष्कार हुआ. फिर कुछ समय बाद रुसी अबाकस का भी अविष्कार हुआ. और इस प्रकार कई ऐसे यंत्रो की खोज हुई जो भविष्य में कंप्यूटर के रूप में सामने आये.
सन् 1821 में सर चार्ल्स बेबेज ने सम्पूर्ण कंप्यूटर की कल्पना की. जिन्हें आज कंप्यूटर का गॉड फादर कहा जाता है.
कंप्यूटर के निर्माण में लेडी एडा ओगस्टा का योगदान भी बहुत महत्वपूर्ण है. इसी प्रकार इसको और बेहतर और आसान बनाए के लिए कई लोगो ने अपना योग्दान दिया. और इस प्रकार आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण मशीन कंप्यूटर के रूप में हमारे सामने आई.
कंप्यूटर की उपयोगिता
Computer par nibandh में अब इसके उपयोग की बात करते हैं. पहले कंप्यूटर का निर्माण सन् 1940 में किया गया था और लगभग 40 से 50 वर्षो तक इसका इस्तेमाल एक विशिष्ट प्रकार के व्यक्तियों जैसे- डॉक्टर्स, इंजीनियर्स आदि लोग ही करते थे.
लेकिन आज इन्टरनेट के जमाने में यह सस्ता और उपयोगी होने के कारण आम आदमी तक पंहुच चुका है. आज इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिलता है, जैसे-
शिक्षा के क्षेत्र में
1960 में इसका इस्तेमाल शिक्षा के क्षेत्र में भी होने लगा. जॉन कैमेनी नाम के एक व्यक्ति ने बेसिक कंप्यूटर भाषा का अविष्कार किया था और यही कंप्यूटर को शिक्षा के क्षेत्र में लेकर आये थे. आज इसका इस्तेमाल सभी विषयों को समझाने के लिए किया जाता है. कंप्यूटर द्वारा छात्रो को विज्ञान और गणित जैसे विषय आसानी से समझाए जाते हैं.
बैंकिंग के क्षेत्र में
जहाँ पहले बैंक में बहुत कम ग्राहक हुआ करते थे लेकिन फिर भी बैंक के काम में घंटो लगते थे. क्यूंकि सारा काम कागज पर हुआ करता था. लेकिन आज ऐसा नहीं है. आज के समय में बैंक में बेशुमार ग्राहक होते हुए भी उनका काम बहुत जल्दी और सुकून के साथ हो जाता है.
क्यूंकि आज के समय में सभी बैंक कंप्यूटरीकृत हो चुके है. और अब ज्यादातर ट्रांजेक्सन ऑनलाइन ही होते हैं जो कंप्यूटर द्वारा ही संभव हो पाया है. और हमारा देश भी डिजिटल की तरफ चल रहा है और एक दिन यह एक डिजिटल इंडिया बन जायेगा.
विज्ञान के क्षेत्र में कंप्यूटर प्रयोग
क्या आप जानते हैं कि विज्ञान एक वरदान है या अभिशाप. विज्ञान एक ऐसा विषय है जो वरदान और अभिशाप दोनों के रूप में जाना जाता है. किसी भी रूप में विज्ञान की गणनाओ के परिणाम का सही होना बहुत जरूरी होता है. और कंप्यूटर इसके परिणामो को सही रूप में प्रस्तुत करता है. आज कंप्यूटर विज्ञान की सभी शाखाओं में पूरी तरह से शामिल है.
अन्य क्षेत्र में कंप्यूटर का इस्तेमाल
तो इस प्रकार कंप्यूटर लगभग हर क्षेत्र में घुस चुका है जैसे- सभी तरह के कार्यालयों में, यातायात के क्षेत्र में, जीवन रक्षक क्षेत्र में, बाजारों में, दुकानों में और मनोरंजन के क्षेत्र में और इसके साथ साथ इसका रोजगार के क्षेत्र में भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान है.
उपसंहार
कंप्यूटर आज हमारे जीवन में कुछ इस तरह से शामिल हो चुका है जैसे मानो इसके बिना हमारा हर काम अधुरा हो. यह चाहे लैपटॉप के रूप में हो या मोबाइल के रूप में कहेंगे आखिर इसे कंप्यूटर ही.
यह सच है कि कंप्यूटर ने मानव को बहुत कुछ दिया है लेकिन यह भी सच है कि मानव को इसने आलसी भी बना दिया है. हमें पूरी तरह से कंप्यूटर पर निर्भर नहीं होना चाहिए बल्कि बहुत से काम अपने स्वंम भी करने चाहिए. Computer par nibandh hindi mein आपको कैसा लगा ज़रूर बताएं.